छात्र जो कि हॉस्टल में रहते थे -
एक ब्राह्मण
दूसरा क्षत्रिय
तीसरा वैश्य
चौथा शुद्र
1 दिन छात्रों की इच्छा हुई कि - खीर बनाया जाए
सभी ने मिलकर जरूरी सामान का इंतजाम किया
👉 दूध ,चीनी , चावल ...
खीर बनाई गयी।
इंसाफ का तकाजा यह था कि चारों में खीर बराबर - बराबर बांट दी जाती
परंतु
ब्राह्मण छात्र थोड़ा ज्यादा होशियार था उसने कहा कि - खीर बराबर - बराबर नहीं मिलेगी ।
रात को सब सो जाओ , जो सबसे अच्छा सपना देखेगा , सुबह वही खीर वही खाएगा ❗
रात में सब सो गए
सुबह ब्राह्मण छात्र बोला - मेरे सपने में राम सीता आए बोले तू सुबह खीर खा लेना.
क्षत्रिय बोला - मेरे सपने में राम सीता और लक्ष्मण आए बोले तू सबसे अच्छा है , सुबह तू ही खीर खा लेना.
वैश्य छात्र बोला - मेरे सपने में राम , सीता , लक्ष्मण के साथ हनुमान भी आए थे , गदा लेकर बोले की सुबह तु ही खीर खा लेना ।
अब सभी साथी शूद्र से पूछने लगे , बता तू ने क्या सपना देखा ??
बताता क्यों नहीं??
बता... क्या देखा तूने ???
तब उसने कहा मेरे सपने में बाबा साहब अम्बेडकर रात 2:00 बजे आए और कहने लगे -
"सदियों से सोता आ रहा
है गधे ,अब कितना सोएगा,
अभी उठ और खीर खा ले "
तो मैंने रात के 2:00 बजे ही खीर खा ली।
😄🤣😆😃🤣😄🤣😆🤣😃🤣
Moral:
- जो बाबा साहब को पढ़ेगा उसका कभी शोषण नहीं हो सकता।।।।
जय भीम जय भारत जय संविधान।
⚖🎓👨🎓®