सभी को अपने धर्म से प्यार होता है,लेकिन गरीबों को धर्म से प्यार नहीं बल्कि उसका डर होता है, क्योंकि उसे बताया जाता है कि वो अपने पिछले कर्मो की वजह से गरीब है और उसकी गरीबी भगवान की देन है ।इस मामले में सभी धर्म एक समान है ।ऐसा इसलिये किया जाता है कि वो अपनी गरीबी से तंग आकर विद्रोह न कर दें ।लेकिन जब गरीब को पता लग जायेगा कि गरीबी भगवान की नहीं बल्कि व्यवस्था की देन है, तभी व्यवस्था- परिवर्तन की आँधी चलेगी।।
जय भीम ।।